Radiology ma career kaise banaye:- आज के समय हेल्थकेयर सेंटर, डायग्नोस्टिक, हॉस्पिटल खुलते जा रहे हैं। जितनी ज्यादा जनसंख्या बढ़ रही है, उतने ही ज्यादा हॉस्पिटल और पैथोलॉजी सेंटर बढ रहे हैं। जैसे-जैसे इनकी बढ़ोतरी हो रही है वैसे-वैसे ही इस क्षेत्र में जॉब्स भी निकल रही हैं। अगर आपने 12वीं व ग्रेजुएशन के स्टूडेंट हैं तो आपके लिए बहुत ही बढ़िया करियर ऑप्शन है। सबसे खास बात यह है कि आपको जॉब के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
एक रेडियोग्राफर का काम एक्सरे की मदद से मरीज की रेडियोग्राफी रिपोर्ट तैयार करना होता है। इससे मरीज के बारे में यानी उसे होने वाली बीमारी के बारे में सटीक जानकारी हो जाती है। एक रेडियोग्राफी रिपोर्ट तैयार करने के लिए रेडियोग्राफर को एक्स-रे के अलावा सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और एमआरआई की भी स्टडी करनी पड़ती है।
रेडियोलॉजी क्षेत्र को दो भागों में बांटा गया है।
पहला है डायग्नोस्टिक रेडियोलॉजी: डायग्नोस्टिक रेडियोलॉजी में एक्सरे और अन्य इमेजिंग तकनीक की मदद से बीमारी और चोट का पता लगाया जाता है।
दूसरा है इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी: इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी में डॉक्टर न सिर्फ इमेजिंग की व्याख्या करता है बल्कि कुछ हद तक सर्जिकल प्रोसीजर के काम को भी अंजाम देता है।
करियर की क्या संभावनाएं हैं?
अगर इस क्षेत्र में संभावनाओं यानी पॉसिबिलिटीस की बात करें तो अस्पतालों, क्लिनिकों और फिजिशियनों के ऑफिस में ट्रेन्ड और प्रोफेशनल रेडियोलॉजी टेक्नॉलजिस्ट की मांग बढ़ती जा रही है। आने वाले दिनों में इस फील्ड में जॉब में काफी ग्रोथ दिखेगी। बस आप इस फील्ड में डिग्री पूरी कर लें और आप रेडियोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजी टेक्नॉलजिस्ट/रेडियोग्राफर, रेडियोलॉजी टेक्निशियन, अल्ट्रासाउंड टेक्निशियन/डायग्नोस्टिक मेडिकल सोनोग्राफर, एमआरआई टेक्निशियन, सीटी टेक/सीएटी स्कैन टेक्नॉलजिस्ट/सीटी स्कैन टेक्नॉलजिस्ट बन सकते हैं।
इस फील्ड में कौन-कौन से कोर्स हैं?
रेडियोलॉजिस्ट की फील्ड में कई प्रकार के कोर्स विकल्प मौजूद हैं। जैसे- डिप्लोमा कोर्स, बैचलर कोर्स, मास्टर कोर्स और सर्टिफिकेशन कोर्स आदि। इसके अलावा 12वीं क्लास के बाद आप यूजी कोर्सेज के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस फील्ड में उपलब्ध कोर्स को विस्तार से यहां जानें।
डिप्लोमा कोर्से 2 साल का है, जिसमें डिप्लोमा इन रेडियोग्राफी एंड रेडियोथेरापी और डिप्लोमा इन रेडियो-डायगनोस्टिक टेक्नॉलजी के ऑप्शन उपलब्ध हैं।
बैचलर कोर्स 3 साल का है, जिसमें रेडियोग्राफी में बीएससी और मेडिकल रेडियोथेरापी टेक्नॉलजी में बीएससी (ऑनर्स) के ऑप्शन उपलब्ध हैं।
मास्टर कोर्स 2 साल का है, जिसमें रेडियोथेरापी टेक्नॉलजी में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा, रेडियो डायग्नोसिस और इमेजिंग साइंसेज में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा और एक्स-रे रेडियोग्राफी और अल्ट्रा सोनोग्राफी में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा के ऑप्शन उपलब्ध हैं।
सर्टिफिकेट कोर्स में सर्टिफिकेट इन रेडियोग्राफी, सर्टिफिकेट इन रेडियोलॉजी असिस्टेंट और सर्टिफिकेट इन रेडियोग्राफी डायग्नोस्टिक के ऑप्शन उपलब्ध हैं।
रेडियोलॉजिस्ट कैसे बनें (How to Become Radiologist)?
रेडियोलॉजिस्ट का करियर बैचलर डिग्री पूरी करने के साथ शुरू होता है। मेडिकल स्कूल से ग्रैजुएशन करने के बाद आपको एमओ या डीओ में डिग्री दी जाती है। उसके बाद आप मेडिकल लाइसेंस के तौर पर आवेदन कर सकते हैं और आप फिजिशियन के तौर पर प्रैक्टिस कर सकेंगे। रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए एक फिजिशियन को चार साल का रेडियोलॉजी रेजिडेंसी पूरा करना होता है। स्टेट लाइसेंस भी रेडियोलॉजिस्ट के लिए काफी अहम होता है। दो पार्ट एग्जाम के बाद लाइसेंस दिया जाता है। दो पार्ट में मेडिसिन, शरीर रचना विज्ञान, इमेजिंग से संबंधित तकनीक और फिजिक्स कवर किया जाता है।
देश के इन टॉप कॉलेज में रेडियोलॉजी कोर्स कर सकते हैं:
-जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रैजुएट मेडिकल एजुकेशन और रिसर्च, पुडुचेरी
-लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, दिल्ली
-मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली
-ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
-आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज, पुणे
-क्रिस्चन मेडिकल कॉलेज, वेल्लुरु
रेडियोलॉजी कोर्स में ये जॉब प्रोफाइल उपलब्ध हैं (Job Profile)
-रेडियोलॉजी टेक्निशियन
-रेडियोलॉजी असिस्टेंट
-रेडियोलॉजिस्ट
-रेडियोलॉजी टेक्नॉलजिस्ट/रेडियोग्राफर
-रेडियोलॉजी नर्स
-अल्ट्रासाउंड टेक्निशियन/डायग्नोस्टिक मेडिकल सोनोग्राफर
-एमआरआई टेक्निशियन
-सीटी टेक/ सीएटी स्कैन टेक्नॉलजिस्ट/सीटी स्कैन टेक्नॉलजिस्ट
इन जगह पर नौकरी कर सकते हैं
-सरकारी अस्पताल
-प्राइवेट अस्पताल
-पब्लिक हेल्थ सेक्टर
-नर्सिंग होम
-डायग्नोस्टिक लैब
सैलरी (Salary)
एक रेडियोलॉजिस्ट को उसकी जॉब टाइटल के अनुसार सैलरी मिलती है। ग्लोबल लेवल पर बात करें तो एक रेडियोलॉजिस्ट की सैलरी करीब 70 हजार डॉलर सालाना होती है। भारत में 5 लाख से ऊपर का सालाना पैकेज मिलता है।