नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), नई दिल्ली की तरफ से प्रस्ताव दिया गया है कि वह पीएचडी (PHD) के सिलेक्शन प्रोसेस से इंटरव्यू को खत्म कर दिया जाए। संस्थान का कहना है कि इंटरव्यू के खत्म होने से पीएचडी में एडमिशन के दौरान ज्यादा पारदर्शिता बढ़ेगी। वैसे अभी इसपर अंतिम मुहर नहीं लगाई गई है। अब अगर संस्थान के प्रस्ताव को मान लिया जाता है तो आने वाले सत्र में मेडिकल में पीएचडी के एडमिशन में इंटरव्यू नहीं लिया जाएगा।

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संस्थान ने शुरू की है पीएचडी फेलोशिप

संस्थान में रिसर्च को बेहतर बनाने के लिए प्रशासन ने प्रधानमंत्री रिसर्च फेलो (पीएमआरएफ) योजना के बराबर, एम्स में 40-50 पीएचडी फेलोशिप शुरू करने का प्रस्ताव रखा है। वहीं इस काम के लिए एम्स और भारत सरकार की वैधानिक समितियों से अनुमोदन के लिए 200 करोड़ रुपये का बजट भी अलॉट कर दिया गया है।

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एम्स के डायरेक्टर डॉ एम श्रीनिवास ने छात्रों को संबोधन के दौरान कहा

एम्स के डायरेक्टर डॉ. एम. श्रीनिवास के साथ फैकल्टी ने, पीएचडी छात्रों और साइंटिस्ट्स के साथ बातचीत की और इस दौरान सुझाव दिया कि म्स नई दिल्ली में पीएचडी के लिए सेलेक्शन प्रोसेस और संस्थान फेलोशिप के रिवॉर्ड में तुरंत सुधार करने की जरूरत है। 11 जुलाई को एक प्रेस नोट जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि संस्थान में पीएचडी में सिलेक्शन के लिए इंटरव्यू की आवशयकता महसूस नहीं की जा रही है। वहीं इस चर्चा के दौरान यह भी सामने आया कि मेधावी पीएचडी छात्रों की संख्या बढ़ाने और इंस्टीट्यूट फेलोशिप प्रदान करने के लिए एक इन-हाउस फंडिंग तंत्र को भी विकसित किया जाना चाहिए।

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