Finance manager kaise bane

Finance manager kaise bane: क्या आप को financial management काम को करना अच्छा लगता है, क्या आप फाइनेंस से जुड़े काम में इटरेस्ट रखते है। तो आप के लिए फाइनेंस मैनेजर करियर ऑप्सन सही साबित हो सकता है। इस लेख में फाइनेंस मैनेजर करियर ऑप्सन क्या है, स्किल्स, फाइनेंस मैनेजर बनने के लिए कोर्स, इस फील्ड में करियर प्रोफाइल, सैलरी और कोर्स करने के संस्थान के बारे में जानकारी दे रहे है।

Finance manager kaise bane

आज के समय में हर छोटी से लेकर बड़ी कंपनियों को अपने पैसे का मेनेंजमेंट बेहद सावधानी से करना पड़ता है। उन्हें मनी मैनेजमेंट कुछ इस तरह करना होता है, ताकि वह अपने गोल को आसानी से पूरा कर सकें और प्रोफिट भी अर्निंग की जी सके। इन गोल को पूरा करने और फाइनेंस रिलेडिट पॉलिसी को बनाने व एक्जुक्येट करने के लिए एक एक्सपर्ट की जरूरत होती है। यही कारण है कि पिछले कुछ समय में फाइनेंशल एक्सपर्ट्स की डिमांड काफी बढ़ी है। अगर आपको लगता है कि आप पैसे का प्रबंधन बेहद ही कुशलतापूर्वक कर सकते हैं तो इस क्षेत्र में कदम बढ़ा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कैसे बनें एक सक्सेजफुल फाइनेंशियल एक्सपर्ट−

फाइनेंस मेनेंजर को एक कंपनी में फाइनेंसिएल रिसोर्सेज के मेनेंजमेंट और कंट्रोल के लिए जिम्मेदारी होती है। फाइनेंस मेनेंजर के काम में फाइनेंस प्लानिंग और बजट, टैक्स प्लान, ट्रेजरी मेनेंजमेंट, पॉलिसी मेनेंजमेंट, प्रोफिट का एनलाइज करना, लागत का लेखा जोखा और फाइनेंस स्ट्रेटजी बनाना और इस चलना शामिल हैं।

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Finance manager kaise bane- एक फाइनेंस मेनेंजर वह है जो किसी संगठन के फाइनेंस हेल्थ को बनाए रखता है और लॉन्ग टर्म फाइनेंस गोल लिए स्ट्रेटजी पॉलिसी बनाता है इसके अलावा फाइनेंस जुड़े और काम को देखता है। फाइनेंस मेनेंजर कई टाइप के होते है,  fiance manager Insurance Manager, Chief Financial Officer, Cash Manager, Treasury and Finance Officer, Controller, Credit Manager and Risk Manager.

Eligibility

इस करियर में जाने के लिए आप एमबीए की डिग्री से लेकर सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, ग्रेजुएट व पोस्टग्रेजुएट भी कर सकते है। आप को बता दें कि 12वीं में अच्छे मार्क से साथ में पास होना जरुरी है। भारत के अधिकांश बिजनेस स्कूल में एमबीए की पढ़ाई के दौरान फाइनेंस को अलग से पढ़ाया जाता है। इस प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए छात्र का ग्रेजुएट होना जरूरी है। एमबीए के अलावा आप इस क्षेत्र में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, ग्रेजुएट व पोस्टग्रेजुएट कोर्स करके भी बतौर प्रोफेशनल काम कर सकते हैं।

Course

फाइनेंस मैनेजमेंट से संबंधित कोर्स में से कुछ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिसिस (सीएफए), चार्टर्ड अकाउंटेंसी, कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंसी, सर्टिफाइड ट्रेजरी मैनेजर कोर्स, सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट कोर्स, सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट बैंकर कोर्स, सर्टिफाइड रिस्क एंड इंश्योरेंस मैनेजमेंट कोर्स आदि हैं। इन कोर्स को ज्वॉइन करने के लिए कामर्स या इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन होना अनिवार्य है।

Career prospects

इस क्षेत्र में अवसरों की कोई कमी नहीं है। सरकारी एजेंसियां, निजी कॉर्पोरेट और वित्तीय संगठन जैसे बैंक और बीमा उद्योग आदि अपने में फाइनेंस मेनेंजर को हॉयर करते हैं। यहां तक कि चैरिटी ऑर्गेनाइजेशन में नॉन प्रोफिट ऑर्गेनाइजेशन को भी एक फाइनेंस मेनेंजर की आवश्यकता होती है।

हालांकि आप को बता दें कि इन ऑर्गेनाइजेशन में फाइनेंस मेनेंजर कैडिडेट से यह उम्मीद की जाती है कि वह किसी बड़े कॉर्पोरेट में जाने से पहले किसी भी छोटे संगठनों में कुछ पेशेवर अनुभव हासिल करे। कुछ वर्षों के अनुभव के बाद आप सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी जॉब की तलाश कर सकते हैं।

Salary

एमबीए करने के बाद एक फ्रेशर 10000 से 30000 रूपए प्रतिमाह आसानी से कमा सकता है। वहीं कुछ वर्षों के अनुभव के बाद आपकी कमाई 50000 रूपए से लेकर लाखों रूपए प्रतिमाह तक हो सकती है। इस करियर ऑप्सन की एक ओर खास बात है कि एक इंडिपेंडेंट फाइनेंशियल प्लानर घंटों के हिसाब से कंसल्टेंशन चार्ज लेते हैं। इसके अलावा आप अपनी खुद की एक कंसल्टिगं फर्म भी खोल सकते है

Skills

फाइनेंस मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर देख रहे छात्रों के पास फाइनेंस एनलाइज व क्रिएटिव थिंकिंग का होना बेहद जरूरी है। इसके अलावा उनके पास बेहतर काम्यूकेशन औऱ इंटरपर्सनल स्किल्स होना चाहिए। इतना ही नहीं, फाइनेंस के दुनिया में आ रहे बदलाव से अपने आप को हमेशा अपडेट करते रहना चाहिए। साथ ही अच्छे Mathematical and analytical skills, नए कंप्यूटर टेक्नोलॉजी की नॉलेज, से इस करियर में आसान होता है। इन स्किल के बारे में नीचे डीटेल्स में जानकारी दे रहे है।

Mathematical skills- :वित्तीय प्रबंधकों को गणित में एक विशेषज्ञ होना चाहिए, जिसमें बीजगणित भी शामिल है। अंतरराष्ट्रीय वित्त और बहुमुखी वित्तीय दस्तावेजों की समझ भी आवश्यक है।
Leadership skills-: वित्तीय प्रबंधक विभिन्न प्रकार की सूचनाओं और दस्तावेजों से निपटते हैं; उन्हें सफलतापूर्वक अपना काम करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
analytical skills:- अधिक से अधिक वित्तीय प्रबंधक निर्णय लेने में अधिकारियों का समर्थन करते हैं जो उनके संगठन को प्रभावित करते हैं, एक कार्य जिसे विश्लेषणात्मक योग्यता की आवश्यकता होती है।
Communication skills:- उत्कृष्ट संचार कौशल आवश्यक हैं क्योंकि वित्तीय प्रबंधकों को विवरण देना चाहिए और जटिल वित्तीय लेनदेन को मान्य करना चाहिए।
Detail-oriented: बैलेंस शीट और आय स्टेटमेंट जैसी रिपोर्ट की योजना और विश्लेषण में, वित्तीय प्रबंधकों को त्रुटियों से दूर रहने के लिए अपने काम के लिए सटीक और सहायक होना चाहिए।

Institute

देशभगत यूनिवर्सिटी, पंजाब
जेएमएस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट, उत्तर प्रदेश
डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, फरीदाबाद
एमके कॉलेज ऑफ कामर्स, गुजरात
आर्या पीजी कॉलेज, जयपुर
यूनाइटेड स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, भुवनेश्वर
गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, उड़ीसा

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