Climatologist Kaise bane: जलवायु (Climate) किसी देश या फिर दुनिया के बड़े हिस्सा की प्राकृतिक स्थिति है जिसका गरमी-सर्दी के रुप में विशेष प्रभाव जीव-जंतुओं आदि पर पड़ता है। जैसी की आप पता है कि हर एक जलवायु में लोगों का रहन-सहन अलग होता है। जहां एक ओर दुनिया के देश तरक्की कर रहें है तो वही दूसरी ओर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे है। जिसके वजह से लगातार क्लाईमेंटचेन्ज हो रहा है। क्लाइमेट चेंज का सबसे बड़ा कारण इंसानों द्वारा फैलाया जा रहा प्रदूषण है।
अगर हम नहीं सभले तो यह और खतरनाक स्थिति में जा सकता है। आप अपने डेली लाइफ में क्लाइमेट चेंज के घातक असर के बारे में रिपोर्ट, रिसर्च, न्यूज जरुर पढ़ी होगी। खैर, हम जिस करियर के बारे में जानने वाले है। इसका नाम Career as a Atmospheric Scientist / Climatologist in India यानि कि क्लाइमेटोलॉजिस्ट कैसे बनें।
यह एक ऐसा करियर फील्ड है जिसमें कभी भी जॉव्स कम नहीं होने वाले है। जैसा कि पहले बताया कि क्लाइमेट चेंज के दुनिया के देश कई तरह से समास्यओं से सामना कर रहे है या तो आने वालीं है। जैसे, ग्लोबल बार्मिग, समुद्र का जल स्तर बढ़ना आदि, क्लाईमेंट साइन्स के तहत रिपोर्ट, रिसर्च, न्यूज आदि जैसे काम कभी भी नहीं बंद होने वाला है।
आज के इस लेख में करियर पीडिया आप के लिए लाया ऐसे ही खास करियर ऑप्सन पर महत्वपूर्ण जानकारी जिसका आप को इंतजार था, इस लेख में Climatologist Kaise bane इस करियर ऑप्सन के तहत Climatologist Kaise bane/ How to Become a Climatologist, जलवायु विज्ञान (क्लाइमेटोलॉजी ) क्या है / What is Climatology?, What does a Climatologist do?, Climatologist Kaise bane/ How to become a Climatologist in India?, Courses to become a Climatologist, विदेश में क्लाइमेटोलॉजिस्ट कैसे बनें / Become a Climatologist in Abroad?, क्लाइमेटोलॉजिस्ट के प्रकार/Types of Climatologists, Top Colleges and Universities in india, Salary आदि के बारे में….
Climatologist Kaise bane/ How to Become a Climatologist
जलवायु विज्ञान (क्लाइमेटोलॉजी ) क्या है / What is Climatology?
जलवायु विज्ञान (Climatology) जलवायु (Climate) का अध्ययन है । यह विज्ञान साइन्टिस्ट को उन एडमोस्फेयरिक कॉडिशन को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है जो समय के साथ वेदर के पैटर्न और तापमान ( temperature) में बदलाव का कारण बनती हैं। क्लाइमेटोलॉजी समय के साथ वातावरण और मौसम के पैटर्न का स्टडी है।
क्लाइमेटोलॉजी के तहत दुनिया भर में मौसम के पैटर्न को रिकॉर्ड करने और उनका विश्लेषण करने और उनके कारण होने वाली एडमोस्फेयरिक कॉडिशन को समझने पर केंद्रित है।क्लाइमेटोलॉजी मुख्य रूप से प्राकृतिक और कृत्रिम ताकतों पर केंद्रित है जो लॉन्ग टर्म मौसम पैटर्न को प्रभावित करते हैं। इस क्षेत्र में स्पेलाइजेशन रखने वाले वैज्ञानिकों को जलवायु विज्ञानी या क्लाइमेटोलॉजिस्ट कहा जाता है।
What does a Climatologist do?
एक क्लाइमेटोलॉजिस्ट वह परसन होता है जो मौसम के पूर्वानुमान(weather forecasts), जलवायु परिवर्तन (Climate Change) का स्टडी करता है और मौसम के पैटर्न का विश्लेषण (analyzes weather patterns) करता है। क्लाइमेटोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको वायुमंडलीय विज्ञान (Atmospheric Science) या किसी भी प्रासंगिक विशेषज्ञता (relevant specialization) में विशेषज्ञता के साथ अपना ग्रेजूएशन और पोस्ट ग्रेजूएशन पूरा करना होगा। यहां तक की पीएचडी भी सकते है।
इसके साथ आपके पास स्किल भी होना चाहिए। इसमें करियर बनाने की चाहत रखने वाले स्टूडेंट के लिए सबसे जरुरी है कि मौसम और जलवायु के मुद्दों के बारे में passionate होना चाहिए। एक क्लाइमेटोलॉजिस्ट प्रोफेशनल के काम ये काम हो सकते है।
- एक क्लाइमेटोलॉजिस्ट डेटा, रिपोर्ट्स, इमेज, मैप्स और चार्ट्स को इकट्ठा करता है और उनका विश्लेषण करता है ताकि लंबी और छोटी अवधि के मौसम के पैटर्न का पूर्वानुमान लगाया जा सके।
- हिस्टोरिकल वेदर का स्टडी करना और भविष्य के मौसम परिवर्तन और पैटर्न के लिए रिपोर्ट बनाना।
- एक जलवायु विज्ञानी उपग्रह स्टेशनों, मौसम विज्ञान और रडार स्टेशनों से एकत्रित आंकड़ों का अध्ययन करता है और रिपोर्ट करता है।
- ग्लोबल वार्मिंग जैसी विश्व मौसम संबंधी समस्याओं से लड़ने के लिए रिसर्च करना और मौसम रिपोर्ट बनाना।
- वर्षों से क्लाइमेट चेन्ज का मूल्यांकन और जैव विविधता, विश्व कृषि पर उनके प्रभाव पर नजर रखना।
- एक मौसम विज्ञानी मौसम परिवर्तन के कारणों का भी स्टडी करता है। आर्द्रता के स्तर में परिवर्तन, पृथ्वी के बढ़ते तापमान का कारण जलवायु विज्ञानी द्वारा अध्ययन किया जाता है।
- वेदर और क्लाईमेंट चेन्ज के बारे में डेटा का विश्लेषण करने के लिए एक जलवायु विज्ञानी कंप्यूटर मॉडल का उपयोग करता है।
- मीडिया और पत्रकारों के लिए मौसम की रिपोर्ट बनाना।
- लोगों को उनकी कार्य योजनाओं के बारे में मदद करने के लिए एक जलवायु विज्ञानी दैनिक आधार पर मौसम की रिपोर्ट भी बनाता है।
- पृथ्वी के आंतरिक भाग, प्लेट पैटर्न का स्टडी करना। प्राकृतिक डिजास्टर की भविष्यवाणी करना। जिससे की एक जलवायु विज्ञानी प्राकृतिक आपदाओं को कम करने पर काम करता है।
- सरकारी क्षेत्र जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिए मौसम, क्लाईमेंट रिपोर्ट बनाएं। इसके अलावा और भी काम होते है।
Climatologist Kaise bane/ How to become a Climatologist in India?
क्लाइमेटोलॉजिस्ट बनने के लिए (Climatologist Kaise bane) आपको शुरू से ही स्किल डेवेलप करने की जरूरत है। कैडिडेंट के पास कॉम्पेलेक्स प्रॉव्लम सॉलिविंग स्किल, राइटिंग स्किल और वैज्ञानिक उपकरण स्किल के साथ काम करने का नॉलेज होना चाहिए। इसके अलावा, आपको पता होना चाहिए कि मैप्स, इमेज, आदि का स्टडी कैसे किया जाता है। भारत में जलवायु विज्ञानी कैसे बनें इसके बारे में आप को बताते हैं।
स्टुडेंट को कक्षा 10 के बाद साइंस स्ट्रीम का चुनाव करना होगा। जिसमें साइन्स में विषय अनिवार्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और अंग्रेजी होना चाहिए। जलवायु विज्ञानी बनने के लिए इससे संबधित कोर्स करना होगा। कोर्स में एडिमिशन लेने के लिए आप जेईई मेन्स, जेईई एडवांस आदि जैसे प्रवेश परीक्षाओं के लिए अच्छी तरह से तैयारी करनी चाहिए।
वायुमंडलीय विज्ञान ( Atmospheric Science ) या वायुमंडलीय और जलवायु अध्ययन में विज्ञान स्नातक (Atmospheric and Climate Studies in science) से में ग्रेजुएशन करने के लिए 12th अच्छे मार्क भी हीने चाहिए।
कई कॉलेज भूगोल सब्जेकट के माध्यम से भी डिग्री प्रदान करते हैं, आप उसका विकल्प भी चुन सकते हैं। वायुमंडलीय विज्ञान में मास्टर (Masters in Atmospheric Science) के लिए एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए, आपको यूजी डिग्री में अच्छा प्रतिशत प्राप्त करना होगा।
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Courses to become a Climatologist
B.Tech in Atmospheric Science
B.Tech in Atmospheric Science: यह एक अंडर ग्रेजुएट कोर्स है, जो एडमोस्फियरिक साइन्स या वायुमंडलीय विज्ञान (Atmospheric Science) स्पेशलाइजेशन या विशेषज्ञता प्रदान करता है। यह चार साल का कोर्स है, जो एकोसिस्टम के फैक्टर स्टडी से संबंधित है। यह क्लाइमेटोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक यूजी प्रोग्राम है।
इस कोर्स के लिए पात्र होने के लिए, कैडि़डेंट को भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के साथ 10+2 उत्तीर्ण होना चाहिए। कैडि़डेंट को 10+2 बोर्ड परीक्षा में कुल प्रतिशत का कुल 60% अंक प्राप्त करना होगा। अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों को 60% कुल प्रतिशत पर 5% की छूट है।
इस कोर्स में प्रवेश पाने के लिए कैडि़डेंट को जेईई मेन्स, जेईई एडवांस जैसी प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है।परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, कैडि़डेंट को संबंधित कॉलेज द्वारा आयोजित व्यक्तिगत साक्षात्कार के दौर को पास करना होता है। बी.टेक की पढ़ाई के लिए एक अच्छा कॉलेज पाने के लिए कैडिडेंट को संबंधित प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने चाहिए। वायुमंडलीय विज्ञान में इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप क्लाइमेटोलॉजिस्ट (Climatologist Kaise bane) के क्षेत्र में विभिन्न नौकरियां प्राप्त कर सकते हैं।
मौसम विज्ञान में एमएससी /MSc in Meteorology
यह एक पोस्ट ग्रेजूएट कोर्स है जो वायुमंडलीय विज्ञान में स्पेशलाइजेशन या विशेषज्ञता प्रदान करता है। यह दो साल का कोर्स है, जो वायुमंडलीय प्रणाली के भौतिक और रासायनिक गुणों के अध्ययन से संबंधित है। यह एक शीर्ष स्तरीय क्लाइमेटोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक पीजी प्रोग्राम है। इस क्लाइमेटोलॉजी पीजी कोर्स के लिए पात्र होने के लिए, कैडिडेट को बीएससी पास होना चाहिए। अनिवार्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान या गणित के साथ कैडिडेट को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए।
इस क्लाइमेटोलॉजी पीजी कोर्स में प्रवेश पाने के लिए, कैडि़डेंट को देश के स्टेट और नेशनल ऑथिरिटी द्वारा आयोजित KIITEE, CUSAT, NEST, AUCET जैसे एक्जाम क्लॉलिफाई करने होते हैं। एक्जाम क्लॉलिफाई करने के बाद कैडि़डेंट को संबंधित कॉलेज द्वारा आयोजित व्यक्तिगत साक्षात्कार या काउंसलिंग राउंड पास करना होता है।
एम.टेक. वायुमंडलीय विज्ञान /M.Tech. (Atmospheric Sciences)
एम.टेक. वायुमंडलीय विज्ञान या वायुमंडलीय विज्ञान (M.Tech. (Atmospheric Sciences) में मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी एक पीजी मौसम विज्ञान कोर्स है। वायुमंडलीय विज्ञान वायुमंडल, इसकी प्रक्रियाओं, अन्य प्रणालियों के वातावरण पर पड़ने वाले प्रभावों और इन अन्य प्रणालियों पर वातावरण के प्रभावों का अध्ययन है।
इस कोर्स के करने के लिए कैडिडेंट को B.E./B.Tech उत्तीर्ण होना चाहिए। किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय बोर्ड से 60% अंकों या इसके समकक्ष सीजीपीए के साथ प्रासंगिक विषयों की डिग्री। कुछ बहुत ही प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और कॉलेजों (reputed universities and colleges) में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा होती है।
PhD in Atmospheric Science
क्लाइमेटोलॉजिस्ट (Climatologist Kaise bane) में करियर बनाने के लिए हॉयर एजूकेशन के लिए भी जा सकते है। एमएससी या एम.टेक जैसे पीजी कोर्स करने के बाद वायुमंडलीय विज्ञान में आप पीएचडी कर सकते हैं। आप एक सॉफ्टवेयर लर्निंग वर्कशॉप में शामिल हो सकते हैं; यह एक मौसम विज्ञानी के रूप में आपके कौशल को निखारेगा।
विदेश में क्लाइमेटोलॉजिस्ट कैसे बनें / Become a Climatologist in Abroad?
आप के मन में सलावा उठा होगा कि क्या हम विदेश में क्लाइमेटोलॉजिस्ट (Climatologist Kaise bane) बन सकते है। इसक जबाब हां, अगर आप अपनी स्टडी विदेश में करना चहते है तो सकते है। क्योंकि क्लाइमेटोलॉजिस्ट की जरूरत पूरी दुनिया में है। क्लाइमेटोलॉजिस्ट क्षेत्र में कैडिडेंट को कई खास जॉव ऑफर मिल सकती हैं।
क्लाइमेटोलॉजिस्ट की नौकरियां यूएस, यूके और कनाडा में उपलब्ध हैं। क्लाइमेटोलॉजिस्ट बनने के लिए उम्मीदवार विदेश में भी अध्ययन कर सकता है। जॉब प्रोफाइल के मामले में, विदेशी कंपनियां क्लाइमेटोलॉजिस्ट की नौकरियों के लिए एक उच्च पैकेज की पेशकश करती हैं।
क्लाइमेटोलॉजिस्ट के प्रकार/Types of Climatologists
एक क्लाइमेटोलॉजिस्ट (Climatologist Kaise bane) का काम बहुत मेहनती होता है और साथ ही दिलचस्प भी। एक पेशेवर डिग्री प्राप्त करने से आपको अच्छे वेतन के साथ बेहतर नौकरी पाने में मदद मिल सकती है। आप को बताते है क्लाइमेटोलॉजिस्ट कितने प्रकार के होते है।
मौसम विज्ञानी/meteorologist
मौसम विज्ञानी (मेट्रोलॉजिस्ट) वे प्रोफेशनल होते हैं जो ऊपरी वायुमंडल (upper atmosphere) का स्टडी करते हैं। इनका कार्य मौसम विज्ञान से संबंधित है। वे पृथ्वी पर उल्कापिंडों की घटना, पिछले उल्कापिंडों आदि के संबंध में डेटा का स्टडी और कलेक्ट करते हैं। मौसम विज्ञानी बनने के लिए, आपको गणित और विज्ञान में एडवांन्स होना चाहिए।
आपको बीएससी से अपना ग्रेजुएशन पूरा करना होगा। या मौसम विज्ञानी बनने के लिए मौसम विज्ञान ) से बी.टेक. आप एमएससी से मौसम विज्ञान में भी मास्टर डिग्री कर सकते हैं। या मौसम विज्ञान में एम.टेक।
आप मौसम विज्ञान में डॉक्टरेट की डिग्री भी ले सकते हैं, इससे आपको बेहतर सैलरी पैकेज भी मिलेगा। एक मौसम विज्ञानी को नासा या इसरो जैसे बड़े अंतरिक्ष केंद्रों में काम करने का मौका मिलता है। मौसम विज्ञानी की नौकरी अत्यधिक प्रतिष्ठित और भुगतान वाली है।
वायुमंडलीय वैज्ञानिक/atmospheric scientist
एक एटमोस्फियरिक साइंटिस्ट पृथ्वी के एडमोस्फियर और मौसम के पैटर्न का स्टडी करता है। उनके काम में मौसम और क्लाइमेंट पैटर्न का अध्ययन, ग्लोबल वार्मिंग और अन्य क्लाइमेंट इस्यू के कारणों का पता लगाना शामिल है। एक वायुमंडल वैज्ञानिक का काम क्लाइमेंट में परिवर्तन के संबंध में डेटा एकत्र करना क्लाइमेंट संबंधी मुद्दों पर काम करना और उनके लिए समाधान खोजना होता है।
एडमोस्फियर साइन्टिस्ट बनने के लिए आपको बीएससी से की पढ़ाई पूरी करनी होगी। एडमोस्फियर साइन्स में या इससे रिलेटिंड यूजी डिग्री करने बाद आपको एमएससी यानि मास्टर कर सकते है ।
इसके बाद में एडमोस्फियर साइन्टिस्ट के रूप में अपना करियर शुरू कर सकते हैं।, अगर आप अपना मास्टर प्रोग्राम या फिर पीएचडी पूरा करते हैं, तो आपको बेहतर सैलरी पैकेज मिलेगा। एक एटमोस्फियरिक साइंटिस्ट वायुमंडलीय वैज्ञानिक की सैलरी लगभग 9.5 लाख रुपए सालाना है।
इसके अलावा वेदर फॉरकस्टर
- Atmospheric chemists.
- Atmospheric physicists and dynamists.
- Atmospheric scientists.
- Broadcast meteorologists.
- Climate scientists.
- Forensic meteorologists.
- Meteorologists जैसे प्रोफाइल में काम कर सकते है।
Top Colleges and Universities in india
देश में ऐसे कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी हैं जो B.tech और M.Tech में atmospheric Science कोर्स को संचालित करते है।
- शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुरी / Shivaji University, Kolhapur
- आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशनल साइंसेज, उत्तराखंड /Aryabhata Research Institute of Observational Sciences, Uk
- सेंट पीटर्स इंजीनियरिंग कॉलेज, तमिलनाडु / St. Peter’s Engineering College, Tamil Nadu
- कोचीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कोचीन, केरल / Cochin University of Science & Technology, Cochin, Kerala
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर / IIT Kharagpur.
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली, दिल्ली / IIT Delhi, Delhi.
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, चेन्नई / IIT, Chennai.
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर / IIT Kanpur.
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की / IIT Roorkee.
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की।Indian Institute of Technology,
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई / IIT Mumbai.
Salary
भारत में क्लाइमेटोलॉजिस्ट को अच्छा वेतन मिलता है। एक फ्रेशर सैलरी 5 लाख रुपए से 6 लाख रुपए के बीच मिल सकती है।। यदि आप एक अनुभवी क्लाइमेटोलॉजिस्ट हैं, तो वेतन 11 लाख रुपए से 12 लाख रुपए के बीच होगा। इसके अलावा, जिस क्षेत्र में आप काम कर रहे हैं, उसके आधार पर आपके पास कई अन्य सुविधाएं भी होंगी। सरकारी क्षेत्र अपने कर्मचारियों को यात्रा भत्ता, बीमा भत्ता, पेंशन, महंगाई भत्ते आदि जैसे विभिन्न भत्ते देते हैं।
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